आज के समय में उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्र में कई ऐसी महिलाएं है जो काम के इच्छुक है। लेकिन आय के वैकल्पिक स्रोत न होने के कारण वह अपने सपनों को साकार करने से वंचित रह जाती है। उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में आज के समय में भी गरीबी विधमान है। जिसका सीधा सा कारण है कार्य की कमी। आमदनी का स्रोत न मिल पाने के कारण उनके समक्ष काम करने के प्रति लगाव होने के बावजूद भी उन्हें कार्य नहीं मिल पाता है।
इन्हीं बातों को माध्य नजर रखते हुए उत्तराखंड क्लब के माध्यम से उत्तराखंड के विकास एवं महिलाओं और युवाओं के लिए स्वरोजगार के अवसर प्रदान किये जाते है। जिससे की उत्तराखंड की महिलाओं और युवाओं को उत्तराखंड में रह कर रोजगार के मिल सके और उत्तराखंड में हो रहे पलायन पर रोक लग सके ।
उत्तराखंड क्लब बकरी पालन व्यवसाय
उत्तराखंड क्लब उत्तराखंड के महिलाओं और युवाओं के लिए रोजगार के अवसर प्रदान करता है। उत्तराखंड क्लब बकरी पालन व्यवसाय के साथ जुड़ कर महिलाएं और युवा अच्छा लाभ प्राप्त कर करती है। उत्तराखंड क्लब के माध्यम से गांव की महिलाओं को पालने के लिए बकरिया दी जी जाती है। जिनका सिर्फ पालन पोषण करके वह अच्छी आमदनी प्राप्त कर सकती है।
इस पहल की मुख्य खासियत यह है की इस व्यवसाय को करने के लिए उत्तराखंड की महिलाओं और युवाओं को किसी भी प्रकार का निवेश करने की जरूरत नहीं होती है। उत्तराखंड क्लब के माध्यम से निःशुल्क बकरिया गांव की महिलाओं को दी जाती है।
उत्तराखंड में अपार चारे योग्य भूमि होने से यहाँ बकरी पालन करना बेहद आसान है। बिना किसी दिक्कतों के भी गांव की महिलाएं उत्तराखंड क्लब के साथ जुड़ कर बकरी पालन कर सकती है।
उत्तराखंड क्लब बकरी पालन व्यवसाय उदेश्य
उत्तराखंड क्लब बकरी पालन व्यवसाय का मुख्य उदेश्य उत्तराखंड के महिलाओं और युवाओं को स्वरोजगार के अवसर प्रदान करना है। जिससे की महिलाएं आत्मनिर्भर बन सके और अपने परिवार के लिए आय का स्रोत उत्पन्न कर सके।
आज के समय में उत्तराखंड में दिन प्रतिदिन बेरोजगारी बढ़ती जा रही है। जिसके कारण वहां के युवा लगतार पलायन कर रहे है। उत्तराखंड क्लब का मुख्य उदेश्य उत्तराखंड में बढ़ती बेरोजगारी को कम करके पलायन पर रोक लगाना है।