उत्तराखंड सरकार राज्य के चहुमुखी विकास के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। राज्य के निवासियों को स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने एवं उत्तराखंड के पारम्परिक उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए उत्तराखंड सरकार द्वारा उत्तराखंड एक जिला- दो उत्पाद योजना ( वन डिस्ट्रिक्ट टू प्रोडक्ट स्कीम ) बनाई गई है। जिसके तहत राज्य के उत्पादों को बढ़ावा देकर रोजगार के अवसर प्रदान किये जायेंगे। उत्तरखंड क्लब के आज के इस लेख के माध्यम से हम आप लोंगो के साथ उत्तराखंड एक जिला- दो उत्पाद योजना के बारें में सम्पूर्ण जानकरी देने वाले है। योजना का लाभ एवं योग्यता के बारें में जानने के लिए लेख को अंत तक जरूर पढ़ना।
क्या है उत्तराखंड एक जिला- दो उत्पाद योजना
उत्तराखंड के निवासियों को स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए राज्य के मुख्यामंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी ने योजना की शुरुवात को मंजूरी दे दी है। जिसके तहत राज्य के प्रत्येक जिले के दो पारंपरिक उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ावा दे दिया जयगा। रोजगार के सुनहरे अवसर प्रदान करने वाली यह योजना उत्तराखंड को एक अलग पहचान दिलाने के साथ साथ ग्रामीण क्षेत्र के निवासियों को आगे पढ़ने के विकल्प भी प्रदान करती है। योजना के शुरू हो जाने से सम्बंधित उत्पाद विभाग को आर्थिक सहायता के साथ साथ उत्पाद मार्केटिंग में भी फायदा मिलता है।
योजना का नाम | उत्तराखंड एक जिला दो उत्पाद योजना |
किसके द्वारा शुरू की गई | मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा |
उद्देश्य | उत्पादकों को उनके उत्पाद का उचित मूल्य प्रदान करना |
कब शुरू की गई | अक्टूबर 2021 |
Official website | अभी उपलब्ध नही |
से क्या क्या लाभ होंगे
- योजन से परंपरागत उद्योगों के विकास में बढ़ावा मिलेगा।
- उत्तराखंड के पारम्परिक उत्पाद के साथ कला एवं संस्कृति का दुनिया भर में प्रदर्शन होगा।
- ग्रामीण क्षेत्र के निवासियों को आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा।
- हजारों युवाओं को रोजगार से जोड़ा जायेगा।
- रोजगार मिलने से राज्य का पलायन स्तर कम होगा।
- उत्पादकों को उत्पाद का उचित मूल्य मिलेगा।
- लोगों के कौशल विकास में वृद्धि होगी।
योजना में शामिल उत्पाद
जिला | उत्पादन |
पिथौरागढ़ | ऊनी कारपेट व मुंस्यारी राजमा |
पौड़ी | हर्बल उत्पाद व लकड़ी के फर्नीचर |
रुद्रप्रयाग | मंदिर अनुकृति शिल्प व प्रसाद उत्पाद |
टिहरी | नेचुरल फाइबर प्रोडक्ट व टिहरी नथ |
ऊधमसिंह नगर | मेंथा आयल और मूंज ग्रास |
उत्तरकाशी | ऊनी हस्तशिल्प और सेब से संबंधित उत्पादों |
अल्मोड़ा | ट्वीड एवं बाल मिठाई |
बागेश्वर | ताम्र शिल्प और मंडुवा बिस्किट |
चंपावत | लौह शिल्प व हाथ से बुने उत्पाद |
चमोली | हथकरघा एवं हस्तशिल्प और एरोमेटिक हर्बल |
देहरादून | बेकरी उत्पाद व मशरूम |
हरिद्वार | गुड़ व शहद |
नैनीताल | एप्पण व कैंडल क्राफ्ट |